पंजाब सीएम भगवंत मान ने दिखाया आइना तो भड़के गवर्नर पुरोहित, कहा-बजट पर फैसला लूंगा

पंजाब सीएम भगवंत मान ने दिखाया आइना तो भड़के गवर्नर पुरोहित, कहा-बजट पर फैसला लूंगा

पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने कहा है कि वह 3 मार्च को पंजाब सरकार के बजट सत्र की अनुमति देने पर फैसला करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान के जवाब में लिखे गए कथित अपमानजनक और स्पष्ट रूप से असंवैधानिक ट्वीट्स और पत्र पर कानूनी सलाह मांगी है। उनका पत्र इस महीने की शुरुआत में भेजा गया था।

राज्यपाल और आम आदमी पार्टी सरकार के बीच अनबन की गाथा जारी रखते हुए राज्यपाल ने आज मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि विधानसभा का बजट सत्र आहूत करने पर कानूनी राय लेने के बाद ही निर्णय लेंगे। सीएम के ट्वीट और पत्र मंगलवार को पंजाब मंत्रिपरिषद ने सिफारिश की थी कि बजट सत्र 3 मार्च से 24 मार्च तक आयोजित किया जाए और राज्यपाल की मंजूरी के लिए एक पत्र उन्हें भेजा गया था।

संयोग से, ताजा दरार उस दिन हुई जब आम आदमी पार्टी सरकार अपने पहले इन्वेस्टर्स समिट की मेजबानी कर रही थी और राज्य में निवेश करने के लिए देश भर से उद्योगपतियों को बुलाया था।

पत्र में राज्यपाल पुरोहित ने सीएम मान द्वारा उनके पत्र के जवाब में 13 और 14 फरवरी को भेजे गए ट्वीट और पत्र के बारे में फिर से लिखा है। राज्यपाल ने पिछले कुछ हफ्तों में सरकार द्वारा लिए गए विभिन्न फैसलों पर सवाल उठाते हुए आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा था, जिसमें प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर भेजे जाने वाले शिक्षकों के चयन में कथित पारदर्शिता की कमी भी शामिल थी।

पुरोहित ने पंजाब इन्फोटेक के चेयरपर्सन के रूप में कथित तौर पर दागी व्यक्ति की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वह संपत्ति हड़पने के मामले में आरोपी है। उन्होंने पीएयू के अवैध रूप से नियुक्त कुलपति को हटाने का मुद्दा भी उठाया था। चंडीगढ़ के पूर्व एसएसपी कुलदीप सिंह चहल का मुद्दा उठाते हुए राज्यपाल ने सीएम पर अधिकारी के सभी गलत कामों को नजरअंदाज करने और उसे बढ़ावा देने का आरोप लगाया था.

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम भगवंत मान ने उन्हें आइना दिखाया और कहा था कि वह केवल पंजाब के लोगों के प्रति जवाबदेह हैं, न कि केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किसी राज्यपाल के प्रति। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल द्वारा उठाए गए मुद्दे राज्य के विषय हैं।

जवाब में सीएम द्वारा भेजे गए पत्र में उन्होंने लिखा था... "पंजाब के लोग पूछना चाहते हैं कि भारतीय संविधान में किसी खास योग्यता के अभाव में केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग राज्यों में राज्यपाल किस आधार पर चुने जाते हैं? कृप्या इसे बताकर पंजाबियों का ज्ञान बढ़ाएं।"