अल्मोड़ा : एसएसजे विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन में ड्रग्स के इस्तेमाल से मचा हड़कंप

अल्मोड़ा : एसएसजे विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन में ड्रग्स के इस्तेमाल से मचा हड़कंप
अल्मोड़ा : एसएसजे विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन में ड्रग्स के इस्तेमाल से मचा हड़कंप

अल्मोड़ा: छात्रसंघ भवन में ड्रग्स  के इस्तेमाल से नवगठित सोबन सिंह जीना (एसएसजे) विश्वविद्यालय की साख पर बट्टा लगा दिया है।पिछले दिनों छात्रसंघ भवन कक्ष का ताला तोड़ने पर वहां स्मैक में इस्तेमाल होने वाले फॉयल पेपर के कई अधजले टुकड़े व अन्य सामग्री मिले थे। इस घटना से बवाल मचने पर परिसर निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट छुट्टी पर चले गए हैं। वहीं पूरे प्रकरण से आहत वार्डन डॉ. संजीव आर्या ने अपने पद से ही इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने इस्तीफे का कारण निजी बताया है। बहरहाल, पांच सदस्यीय कमेटी ने स्मैक से जुड़े इस मामले की जांच शुरू कर दी है। बहरहाल विवि में नए निदेशक की नियुक्ति कर दी गई है। बुधवार को प्रो. नीरज तिवारी ने नए निदेशक का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। अब जल्द ही नए प्रॉक्टर की भी तैनाती होगी। इसके साथ ही बुधवार को दो दिन बाद छात्रसंघ भवन को भी कॉलेज प्रशासन ने सील कर दिया।
बता दें कि सोमवार को छात्रसंघ भवन के कक्ष से फॉयल पेपर व दस रुपये का रोल किया गया नोट मिला था। दरअसल पिछले साल एसएसजे परिसर के कुछ छात्र स्मैक की तस्करी में गिरफ्तार किए गए थे। तब पुलिस ने आशंका जताई थी कि कॉलेज के छात्र नशे की गिरफ्त में हैं।
ऐसे खुला नशे का खेल
सोमवार को एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने छात्रसंघ का कार्यकाल पूरा होने के बावजूद भवन परिसर निदेशक को नहीं सौंपे जाने पर हंगामा काटा। भवन से सामान गायब होने का भी आरोप लगाया। तब निदेशक प्रो. बिष्ट, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. जया व कुलानुशासक डॉ. संजीव की मौजूदगी में कक्ष का ताला तोड़ा गया था। कमरे में स्मैक में प्रयुक्त फॉयल पेपर के तमाम टुकड़े मिले थे। इनमें लाइटर या माचिस की तिल्ली से जलाए जाने के निशान हैं। दस रुपये के नोट को सिगरेट की तरह रोल किया गया था, जिसे नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है।