केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण के दूसरे चरण के कार्यों को भी मंजूरी मिली, 117 करोड़ के होंगे काम

केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण के दूसरे चरण के कार्यों को भी मंजूरी मिली, 117 करोड़ के होंगे काम
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नई दिल्ली: केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण के दूसरे चरण के कार्यों को भी मंजूरी मिल गई है। इस पर 117 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मिली जानकारी के अनुसार दूसरे चरण कार्य एक नवंबर से शुरू होंगे। 62 करोड़ के कार्य के लिए सार्वजनिक उपक्रमों से प्रारंभिक वार्ता चल रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रजेंटेशन देने के बाद उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि केदारनाथ पुनर्निर्माण परियोजना के दूसरे चरण को मंजूरी मिल गई है। 
सीएसआर फंड से होंगे दूसरे चरण के कार्य
दूसरे चरण कार्य सीएसआर फंड से किए जाएंगे। इसमें आईओसी, ओएनजीसी, पावर फाइनेंस कारपोरेशन और रूरल इलेक्ट्रीसिटी कारपोरेशन योगदान है। मुख्य सचिव ने बताया कि ब्रहम कमल वाटिका का स्थान चिन्हित हो गया है। नर्सरी और प्रदर्शनी की अनुमति मिल चुकी है। इसे जायका योजना के तहत वन विभाग तैयार करेगा। वन विभाग को 50 लाख रुपये दिए जाएंगे। परियोजना में भूमि अधिग्रहण का मामले भी शामिल है।
अप्रैल में लगेगी शंकराचार्य की मूर्ति
केदारनाथ में पहले चरण के पुनर्निर्माण कार्यों के तहत आदि शंकराचार्य की प्रतिमा अप्रैल में स्थापित हो जाएगी। समाधि बनाने का सिविल कार्य 31 दिसंबर तक पूरा होगा। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में पीएम ने पांच कार्यों की शुरुआत की थी।
समय समय पर उन्होंने इन कार्यों की समीक्षा की। इनमें कुछ कार्य पूरे हो गए हैं। सरस्वती घाट और वहां आस्था पथ का कार्य पूरा हो गया। कुछ और कार्य होने हैं। मंदाकिनी नदी पर 60 मीटर का पुल 31 जनवरी तक पूरा करने की कोशिश है। ध्यान गुफाओं का कार्य 30 सितंबर तक पूरा होगा। पीएम की सहमति के बाद आदि शंकराचार्य की प्रतिमा निर्माण कार्य शुरू होगा। प्रतिमा अप्रैल तक स्थापित होगी प्रतिमा।
बदरीनाथ में ये कार्य भी होंगे
बदरीनाथ में बद्रीश झील और श्रीनेत्र झील का सौंदर्यकरण होगा। इनका एक ही मार्ग होगा। बदरीनाथ मंदिर के आसपास जो स्ट्रक्चर है, वहां भीड़भाड़ कम की जाएगी। बदरीनाथ शहर की गलियों का विस्तार होगा।